नई दिल्ली
बीसीसीआई के मुखिया और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की तबीयत आज फिर बिगड़ गई। इस बार उन्हें वुडलैंड्स अस्पताल की बजाय कोलकाता के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके एक पारिवारिक सूत्र ने बताया कि सीने में बेचैनी की शिकायत पर उन्हें भर्ती कराया गया है, वह कुछ बेचैनी महसूस कर रहे थे। कोलकाता पुलिस ने बेहाला स्थित उनके आवास से आसानी से अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कोरिडोर बनाया, इससे पहले बीते शुक्रवार यानी 22 जनवरी को सौरव के बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली की भी एंजियोप्लास्टी हुई थी।

सौरव गांगुली के स्वास्थ्य को लेकर अपोलो अस्पताल का बयान आया है। बयान में कहा गया है कि, '48 वर्षीय सौरव गांगुली सीने में दर्द की शिकायत के बाद यहां चेकअप कराने के लिए आए थे। पिछली बार अस्पताल में भर्ती होने के बाद से उनके पैरामीटर्स में कोई बदलाव नहीं हुआ है और उनके महत्वपूर्ण पैरामीटर्स स्थिर हैं।' वहीं, देर शाम वुडलैंड्स अस्पताल के डॉक्टर सपतार्सी बासु और सरोज मंडल ने उनकी जांच की। कल यानी गुरुवार को अपोलो अस्पताल के डॉक्टर आफताब खान डॉ. देवी शेट्टी की मौजूदगी में गांगुली को स्टेंट लगाएंगे।

बीसीसीआई प्रमुख गांगुली को एक बार फिर एंजियोप्लास्टी से गुजरना पड़ सकता है। गांगुली को अगले 48 घंटे में एक और स्टेंट लगाया जा सकता है। दरअसल, पिछली बार जब गांगुली को हार्ट अटैक आया था, तब भी उनका एंजियोप्लास्टी किया गया था। साथ ही एक स्टेंट भी लगाया गया था। उस समय वुडलैंड्स अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया था कि गांगुली के तीन धमनियों में ब्लॉकेज पाया गया। इनमें से एक धमनी 90 फीसदी तक ब्लॉक थी।

गौरतलब है कि इसी माह की शुरुआत में जिम में कसरत के दौरान 'हल्के' दिल के दौरे के बाद उन्हें दो जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां बाद में उनकी सफल एंजियोप्लास्टी हुई थी। तब सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्यपाल जगदीप धनखड़, केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर समेत कई हस्तियों ने 'दादा' से मिलकर हाल-चाल जाना था।

7 जनवरी को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की थी। साथ ही साथ बेहतर सुविधाओं के लिए डॉक्टर्स और स्टाफ का धन्यवाद किया था। लगभग हफ्ते भर अस्पताल में रहने के बाद 48 वर्षीय गांगुली घर में आराम कर रहे थे। घर जाने के बाद भी वह मेडिकल टीम से संपर्क में थे। हृदय तक जाने वाली उनकी तीन प्रमुख धमनियों में रुकावट पाई गई थी, उन्हें एक स्टेंट डाला गया था। एक से दो हफ्ते के बीच में दादा की एक और एंजियोप्लास्टी होने की भी खबर थी।

Source : Agency